Uttarakhand Special Chainsoo Recipe: दोस्तों, उत्तराखंड, अपनी प्राकृतिक सुंदरता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ अपने अनोखे पारंपरिक व्यंजनों के लिए भी प्रसिद्ध है। इन्हीं पारंपरिक व्यंजनों में एक खास नाम है — चैंसू, जो उड़द दाल से तैयार की जाती है और खासतौर पर ठंड के मौसम में खाई जाती है। यह व्यंजन न केवल स्वाद में लाजवाब है बल्कि स्वास्थ्यवर्धक भी है।
🥣 चैंसू क्या है? – उत्तराखंडी व्यंजनों की शान
चैंसू एक पारंपरिक गढ़वाली और कुमाऊंनी डिश है, जो खासतौर पर साबुत उड़द की दाल को भूनकर बनाई जाती है। इसे चावल के साथ परोसा जाता है और इसका स्वाद इतना लाजवाब होता है कि एक बार खाने के बाद आप इसे भूल नहीं पाएंगे। यह उत्तराखंड की उन रेसिपीज़ में से एक है, जिसे हर पहाड़ी घर में सर्दियों में ज़रूर बनाया जाता है।
❄️ क्यों खास है चैंसू सर्दियों के लिए?
चूंकि यह व्यंजन भुनी हुई उड़द दाल, घी, और मसालों से तैयार होता है, इसलिए यह शरीर को अंदर से गर्मी प्रदान करता है। सर्दियों में यह व्यंजन ऊर्जा देने और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है। इसमें मौजूद प्रोटीन और फाइबर शरीर के लिए बहुत लाभकारी होते हैं।
🛒चैंसू बनाने के लिए जरूरी सामग्री
सामग्री | मात्रा |
साबुत उड़द दाल | 1 कप |
जीरा | 1 छोटा चम्मच |
प्याज (बारीक कटा) | 1 |
अदरक (कद्दूकस किया हुआ) | 1 इंच टुकड़ा |
लहसुन की कलियां (कटी हुई) | 4-5 |
हरी मिर्च (बारीक कटी हुई) | 2 |
हल्दी पाउडर | 1/2 छोटा चम्मच |
धनिया पाउडर | 1 छोटा चम्मच |
नमक | स्वादानुसार |
गरम मसाला | 1/2 छोटा चम्मच |
घी | 2 चम्मच |
हींग | एक चुटकी |
तेल | आवश्यकतानुसार |
यह भी पढ़े: उत्तराखंड के पहाड़ी व्यंजन
👨🍳 चैंसू बनाने की विधि – स्टेप बाय स्टेप गाइड
1. उड़द दाल को भूनना और पीसना
सबसे पहले साबुत उड़द दाल को बिना तेल के 5 मिनट तक मध्यम आंच पर भून लें। जब दाल से हल्की खुशबू आने लगे और उसका रंग थोड़ा बदल जाए, तो उसे मिक्सी में दरदरा पीस लें।
2. तड़का तैयार करना
कढ़ाई में 2 चम्मच तेल गर्म करें। उसमें जीरा, हरी मिर्च, हींग, अदरक और लहसुन डालकर 2-3 मिनट तक भूनें। जब मसालों से खुशबू आने लगे, तब इसमें बारीक कटा प्याज डालें और सुनहरा होने तक भूनें।
3. दाल मिलाना और पकाना
अब दरदरी पीसी हुई उड़द दाल को प्याज के साथ मिलाकर 4-5 मिनट तक मध्यम आंच पर भूनें। इसके बाद आवश्यकता अनुसार पानी डालें और अच्छी तरह मिक्स करें।
4. मसाले और पकने की प्रक्रिया
जब दाल में उबाल आ जाए, तब हल्दी, धनिया पाउडर, गरम मसाला और स्वादानुसार नमक डालें। सभी चीज़ों को अच्छी तरह मिक्स करके कढ़ाई को ढक दें और मध्यम आंच पर लगभग 15 मिनट तक पकाएं। बीच-बीच में चम्मच से चलाते रहें ताकि दाल तले में न लगे।
5. गार्निश और परोसना
जब चैंसू पक जाए, तो ऊपर से कटा हरा धनिया डालकर सजाएं और चावल के साथ गरमा-गरम परोसें। चाहें तो एक चम्मच देसी घी डालकर स्वाद और बढ़ा सकते हैं।
🌿 चैंसू खाने के फायदे
- ऊर्जा से भरपूर: उड़द दाल में भरपूर मात्रा में प्रोटीन और आयरन होता है जो शरीर को ऊर्जा देता है।
- पाचन के लिए फायदेमंद: भुनी हुई दाल और हल्के मसालों का मिश्रण पाचन क्रिया को सही रखता है।
- ठंड से बचाव: सर्दियों में यह शरीर को गर्म रखता है और इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है।
- वजन नियंत्रण: प्रोटीन युक्त यह डिश लंबे समय तक पेट भरा रखती है जिससे अनावश्यक भोजन से बचा जा सकता है।
🏞️ उत्तराखंड की संस्कृति में चैंसू का महत्व
उत्तराखंड में पारंपरिक व्यंजन केवल खाने के लिए नहीं होते, बल्कि ये वहां की संस्कृति, परंपरा और जीवनशैली का हिस्सा होते हैं। चैंसू न केवल एक व्यंजन है बल्कि एक सांस्कृतिक धरोहर है, जिसे पीढ़ियों से घरों में बड़े चाव से बनाया और खाया जाता है।
🔚 निष्कर्ष
उत्तराखंडी चैंसू रेसिपी न केवल स्वादिष्ट है बल्कि स्वास्थ्यवर्धक भी है। अगर आप सर्दियों में कुछ अलग और देसी खाना चाहते हैं, तो इस बार चैंसू जरूर ट्राय करें। यह रेसिपी आपके शरीर को गर्मी तो देगी ही, साथ ही आपको उत्तराखंड के स्वाद का अनुभव भी कराएगी।
तो देर किस बात की? आज ही ट्राय करें पहाड़ी स्वाद से भरपूर चैंसू और अपने खाने की मेज पर उत्तराखंड की खुशबू बिखेरें।
अगर आपको यह रेसिपी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर शेयर करें और उत्तराखंडी खाने का आनंद उठाएं।