Gudmar plant benefits in Hindi: डायबिटीज तेजी से एक आम बीमारी बनती जा रही है, लेकिन भारत में पारंपरिक आयुर्वेदिक चिकित्सा में कई ऐसे औषधीय पौधे हैं जो इस समस्या का प्राकृतिक समाधान प्रदान कर सकते हैं। इन्हीं में से एक है गुड़मार (Gymnema Sylvestre), जो बिहार के गया स्थित ब्रह्मयोनि पहाड़ी पर पाया जाता है। हाल ही में मगध यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इस औषधीय पौधे पर अध्ययन किया है और इसके बेहतरीन स्वास्थ्य लाभों की पुष्टि की है।
गुड़मार क्या है?
गुड़मार, जिसे वैज्ञानिक रूप से जिम्नेमा सिल्वेस्ट्रे (Gymnema Sylvestre) कहा जाता है, एक बहुप्रचलित आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है। इसे “शुगर डिस्ट्रॉयर” के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह रक्त में शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में बेहद प्रभावी है।
गुड़मार के फायदे:
1. डायबिटीज को नियंत्रित करता है
गुड़मार में मौजूद जिम्नेमिक एसिड (Gymnemic Acid) रक्त शर्करा को कम करने की विशेष क्षमता रखता है। यह आंतों में ग्लूकोज अवशोषण को धीमा कर देता है, जिससे शरीर में ब्लड शुगर का स्तर संतुलित रहता है।
2. मीठा खाने की लालसा कम करता है
इस जड़ी-बूटी का एक अनोखा गुण यह है कि यह मिठास के प्रति संवेदनशीलता को कम कर देता है, जिससे डायबिटीज मरीजों को मीठा खाने की इच्छा कम होती है।
3. लिपिड प्रोफाइल और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है
गुड़मार में फ्लेवोनोइड्स और सैपोनिन जैसे तत्व मौजूद होते हैं, जो शरीर में लिपिड मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। ये तत्व कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कम करने में मदद करते हैं।
4. मोटापा कम करने में सहायक
गुड़मार न केवल ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है बल्कि मेटाबॉलिज्म को सुधारकर वजन घटाने में भी मदद करता है।
यह भी पढ़े: Kandali Ka Saag: ठंड का साथी, सेहत का खजाना
वैज्ञानिक अध्ययन और रिसर्च
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ क्रिएटिव रिसर्च थॉट्स (IJCRT) में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, गया की ब्रह्मयोनि पहाड़ी पर पाए जाने वाले औषधीय पौधों में गुड़मार सबसे प्रभावशाली साबित हुआ है। यह लंबे समय से पारंपरिक चिकित्सा पद्धति में उपयोग किया जाता रहा है।
इसके अलावा, CSIR (वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद) ने भी अपनी मधुमेह विरोधी दवा BGR-34 में गुड़मार को शामिल किया है, जिसे एमिल फार्मा द्वारा बाजार में लाया गया है।
एम्स (AIIMS) ने भी की पुष्टि
साल 2022 में एम्स, नई दिल्ली ने भी अपने अध्ययन में यह साबित किया कि BGR-34 दवा रक्त शर्करा को नियंत्रित करने के साथ-साथ मोटापा घटाने में भी मददगार साबित हुई है।
गुड़मार से बनी अन्य औषधियां
मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए बाजार में कई प्राकृतिक उत्पाद मौजूद हैं, जिनमें गुड़मार के साथ-साथ दारुहरिद्रा, गिलोय, विजयसार, मजीठ और मैथिका जैसी औषधियां भी शामिल की गई हैं।
गुड़मार का उपयोग कैसे करें?
- गुड़मार पाउडर: 1 चम्मच पाउडर को गुनगुने पानी या शहद के साथ लें।
- गुड़मार की पत्तियां: इन्हें चबाकर या चाय बनाकर पी सकते हैं।
- गुड़मार कैप्सूल या टैबलेट: आयुर्वेदिक स्टोर्स से कैप्सूल या टैबलेट खरीदकर डॉक्टर की सलाह अनुसार सेवन करें।
निष्कर्ष
गुड़मार एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जो न केवल डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद करता है, बल्कि लिपिड प्रोफाइल सुधारता है और वजन घटाने में सहायक होता है। वैज्ञानिक अध्ययनों और पारंपरिक चिकित्सा दोनों में इसकी प्रभावशीलता साबित हो चुकी है। यदि आप प्राकृतिक तरीकों से ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो गुड़मार का सेवन एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी औषधि या उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।